
गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है, इसी दिन हमारे देश मे संविधान लागू किया गया था ,संविधान बनने में बाबा साहब भीम राव अंबेडकर , डॉ राजेंद्र प्रसाद, और B.N. Ray का प्रमुख योगदान था |
संविधान को बनाने में कुल कितने लोग सम्मिलित थे…..
1946 में जब संविधान सभा का गठन हुआ , तब उसमें कुल 389 लोग सम्मिलित थे, क्योंकि उस समय बांग्लादेश और पाकिस्तान का निर्माण नहीं हुआ था, लेकिन अगले वर्ष 1947 में भारत का विभाजन हो गया , 1946 में जो लोग पाकिस्तान से चुन कर संविधान सभा में आए थे , वो लोग भारत विभाजन होने के बाद वापस पाकिस्तान चले गए , जिसमें सबसे प्रमुख लियाकत अली का नाम शामिल हैं, लियाकत अली भारत में वित्त मंत्री थे, लेकिन बाद मे विभाजन के समय वो भी पाकिस्तान चले गए |
1947 में जब देश का विभाजन हुआ तब संविधान सभा में कुल 299 सदस्य ही रह गए थे, यही लोग मिलकर पूरे संविधान को बनाते गए , कुछ 1947 में लिखा गया, कुछ 1948 में और कुछ 1949 में |
24 जनवरी 1950 को पूरा संविधान लिखे जाने के बाद अंतिम हस्ताक्षर के समय कई लोगों का देहांत हो गया था, 284 लोग ही बचे थे जिनका हस्ताक्षर हमारे वास्तविक संविधान मे है |
हमारा वास्तविक संविधान 13 kg का है उस पर अंतिम 284 लोगों का हस्ताक्षर है, बाकी सभी लोगों का देहांत हो गया था, उस समय पर भी 15 महिलाएँ हमारे संविधान सभा में सम्मिलित थी जिनका योगदान अकल्पनीय था और वो योगदान हम कभी नहीं भूल सकते है |

संविधान बना कैसे…….
इसके लिए अलग – अलग कमेटी बनाकर उनकी अलग – अलग जिम्मेदारी सौंपी गई, अलग – अलग करके ऐेसे 13 कमेटी बनाई गई थी, जो सहमति से अपना निर्णय लेती थी, सर्व सहमति से नहीं मतलब जिसमें ज्यादा लोग सहमत होते थे |
इन समितियों मे जो सबसे प्रमुख समिति थी, उनका नाम था प्रारूप समिति जिसको अंग्रेजी मे (Drafting commetee) कहते है, इसी प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीम राव अंबेडकर जी थे |
डॉ भीम राव अंबेडकर जी सभी कमेटी का आपस में समन्वय बनाया, कहा क्या गलत है कहा क्या सही है उसमें सुधार कराया, डॉ भीम राव अंबेडकर 13 समितियों में जो सबसे प्रमुख प्रारूप समिति है उसके अध्यक्ष थे जिसकी वजह से उनको (Father of Constitution)भी कहा जाता है इसके अस्थायी सदस्य 2 दिन के लिए सच्चिदानंद सिन्हा जी थे |
स्थायी रूप से संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद थे इन्हीं के देख रेख में संविधान का काम होता था, संविधान सभा के जो सलाहकार थे वो B.N. Rav थे, ये बहुत ही विद्धान थे जो विदेशी संविधान का अध्ययन करके, जो उसमें अच्छा लगा उसे अपने संविधान में समावेशित किए, इनकी विद्वता को ऐसे समझो की म्यांमार का संविधान बनाने में इन्होंने मदद किया था |
संविधान भाग, अनुच्छेद, अनुसूची …….
संविधान बनना शुरू हुआ 1946 में और बनकर खत्म हुआ 1950 में – कुल 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में बनकर तैयार हुआ |
☆जब संविधान बनकर तैयार हुआ तब उस समय कुल 22 भाग थे, अभी a,b,c,d और मुल कर्तव्य जोड़कर कुल 25 भाग हो गए है |
☆जो अनुच्छेद थे वास्तविक 395 ही थे उसमें a,b,c,d जोड़कर वर्तमान मे 448 हो गया है |
☆जो अनुसूची है वो 8 है वर्तमान मे कुल 12 अनुसूची हो गई है |
इतने प्रयास के बाद जो संविधान बना वो दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, 26 नवंबर 1949 को लिखित संविधान तैयार हो गया उस दिन हम संविधान दिवस मनाते है, लेकिन इसे 2 महीने बाद 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया , इसीलिए हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते है |